भारत के एनजीओ को अब क्यों नहीं मिल रहा चीन से पैसा?
यूं तो भारत और चीन
इग्नू द्वारा संचालित एनजीओ प्रबंधन में सर्टिफिकेट कोर्स । IGNOU Certificate in NGO Management Course
IGNOU is running Certificate in NGO Management Course . The minimum period of course is 6 months.
उद्यमीमित्र के लिए सब्सिडी योजनाएँ । Subsidy scheme for Udyamimitra, Subsidy scheme for MSME in Hindi
Subsidy scheme for Udyamimitra, Subsidy scheme for MSME in Hindi
जानिए अनुसूचित जातीय उप-योजना । Scheduled Caste Sub Plan(SCSP) in Hindi
Scheduled Caste Sub Plan अनुसूचित जाति के लोगों की सहायता के लिए एक केन्द्रीय स्कीम है जिसके तहत राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को उनकी अनुसूचित जातीय उप-योजना (एस.सी.एस.पी.) के अतिरिक्त 100 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाता है।
NGO द्वारा शिविर, टीकाकरण, इलाज, दवाई या भोजन वितरण आदि कार्यक्रम के लिए मंजूरी जरुर लें
आपदा या दुर्धटना की स्थिति में एनजीओ अक्सर पीड़ित लोगों की मदद के लिए सामने आते है ओर फौरी तौर पर राहत देने के लिए शिविर लगाते है जिसके तहत भोजन व चिकित्सा सुविधा आदी का प्रबंध करत् है। कई बार यह सहायता शिविर एक दो दिन के लिए होता है तो कुछ परिस्थिति में तो महीनों तक चलता रहता है।
विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद्, चिपको आंदोलन के जनक सुंदर लाल बहुगुणा का निधन
A pioneer in environmental protection, well-known environmentalist, Chipko movement leader and Gandhian Sunderlal Bahuguna is no more.
डॉं. प्रकाश बाबा आम्टे: द रियल हीरो
वर्षों से आदिवासी कल्याण के
जानिए क्या है जुवेनाइल जस्टिस एक्ट । What is Juvenile Justice Act
देश भर में जुवेनाइल जस्टिस बिल को लेकर हो रहे चर्चे के बीच सोशल वर्करों एवं समाज विज्ञान के छात्रों के लिए यह जानना जरुरी है कि क्या है जुवेनाइल जस्टिस बिल और इस बिल से कैसे कसेगा नाबालिग अपराधियों पर शिकंजा ।
“Wrong and fake messages are seen for child adoption “, IAS officer Rashmi Singh advising people to be aware of fake messages.
Wrong and fake messages are seen for child adoption
अधर्म के ठेकेदार प्राइवेट अस्पताल
हिंदुस्तान में संगठित अपराध का सबसे बड़ा सेंटर अगर कहीं है तो वो प्राइवेट अस्पताल हैं। सरकारी अस्पताल तो बदइंतजामी और लापरवाही के चरम पर बैठे हैं, उनका रोना रोकर तो देश की जनता बीमार हो गई लेकिन उन्हीं सरकारी अस्पतालों की खस्ताहाली की कब्र पर फलते-फूलते इन अस्पतालों में इलाज के नाम पर धांधली और धतकरम के जितने भी रुप होते हैं,सब होते हैं।