दुनिया भर में प्रतिष्ठित संस्थान देशपांडे फाउंडेशन की भारतीय शाखा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री नवीन झा अपरिचित नाम नहीं हैं। श्री झा इस संस्थान से शुरुआत के दिनों से हीं जुड़ हुए हैे। बॉटम-अप एप्रोच को अपनाते हुए इन्होंने विकास की धारा को गति देने के लिए स्थानीय तरीकों को आजमाया और सफलता के नए मापदंड गढ़ दिए। संयुक्त राज्य अमेरिका की शीर्ष संस्थान ब्राण्डीस विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय विकास में परास्नातक की उपाधि प्राप्त की। जामिया मिलिया इस्लामिया से सोशल वर्क में एम. ए. की शिक्षा प्राप्त करने के बाद इन्हे प्रतिष्ठित फोर्ड फाउंडेशन फैलोशिप भी मिला। नवीन झा विश्व प्रसिद्ध एमआईटी लैब और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से भी जुड़े।
मूलत: बिहार के मधुवनी जिला निवासी श्री झा ने पिछले 14 वर्षों से दुनिया भर के विकास कार्य में अपना अविरल योगदान दिया है। इनके नेतृत्व में देशपांडे फाउंडेशन हजारों लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है। छात्र, युवा, शिक्षाविद और विश्वविद्यालय सहित गैर सरकारी संस्था से जुड़े लोग लाभान्वितों में शामिल हैं।
एक उद्यमी की तरह नवीन ने देशपांडे फाउंडेशन के बाहर और भीतर की कई पहल की जिसकी सफलता एक मिसाल है। नवीन खासकर उन युवाओं को जो सामाजिक उद्यमिता में दिलचस्पी रखते हैं के लिए हमेशा एक मेंटोर के रुप में मिले है और इनका मानना है कि युवाओं में सामाजिक उद्यमिता की हौसला और लहर देश को एक नई दिशा दी जी सकती. युवाओं का सामाजिक उद्यमिता को अपनाने का देश हित में दुरगामी प्रभाव पड़ेगा।
नवीन ने कई सफल फैलोशिप कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। सैकड़ों स्नातकों अब पूरे भारत में सामाजिक उद्यमों को अपनाकर स्थानीय स्तर पर सफल उद्यमी के रुप में स्थापित हो चुके हैं। अन्य युवाओं को रोल मॉडल बन हैं। कम लागत से भी सामाजिक उद्यमों को अपना कर सफलता प्राप्त करने का हुनर और नेतृत्व क्षमता का विकास नवीन झा के पाठ्यक्रम का मूल मंत्र है। इस मंत्र ने सैकड़ों युवाओं की जिंदगी बदल दी है।
नवीन ने युवाओं के विकास के लिए श्रृंखलावद्ध कार्यक्रमों का बीड़ा उठाया है।
उनकी पहल ने युवाओं के नजरिए को बदलने कामयाबी हासिल की। युवाओ में ये सोच पैदा किया कि समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर भी किया जा सकता है। इनके कार्यक्रमों में से एक कार्यक्रम है लीड(LEAD), जिसके तहत दस हजार से भी अधिक छात्र समस्याओं को स्थानीय स्तर पर सुलझाने और समाजिक परिवर्तन के लिए स्थानीय शक्ति और संसाघनो का इस्तेमाल करने की क्षमता पैदा किया। श्री झा के नेतृत्व का ही परिणाम है कि पश्चिमोत्तर कर्नाटक में देशपांडे फाउंडेशन का अभिनव अनुदान कार्यक्रम, विकास के कई प्रभावी और स्केलेबल मॉडल के रुप में देखने को मिलता है। नवीन ने हुबली और धारवाड़ क्षेत्र में मजबूत उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण में अहम योगदान किया।
देशपांडे फाउंडेशन के साथ काम करने से पहले, नवीन दल-नेता के तौर पर, आजीविका कार्यक्रम चलाने वाली एक अग्रणी संगठन “प्रदान” में काम किया. यहां इन्होंने आजीविका कार्यक्रमों और जल संसाधन प्रबंधन परियाजनाओ के क्रियानव्यन कार्यों का नेतृत्व किया।
नवीन झा उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था टाई (TIE) के वर्तमान अध्यक्ष हैं। टाई के अलावा नवीन कई लाभ और गैर लाभकारी संगठनों के बोर्ड के सदस्य के रूप में प्रगति के कर्मयोगी की भूमिका बखुबी निभा रहें है। द एनजीओ टाइम्स का इन्हें सलाम।