योग गुरु बाबा रामदेव और आईएमए की बीच चल रहे विवाद का कारण आम लोगों को लग रहा है कि तकरार सरकार और योग गुरु के बीच है लेकिन आइए जानते हैं कि दरअसल में आईएमए और एमसीआई है क्या, और दोनो में किसका महत्व ज्यादा है, और संवेधानिक दृष्टिकोण से किसकी भूमिका महत्वपुर्ण है।
पहले जानते है MCI (Medical Council of India) के बारे में…
भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (Medical Council of India) की स्थापना, भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद् अधिनियम, 1933 के अंतर्गत 1934 में की गई थी। इसका मुख्य कार्य चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा हेतु तथा भारत व विदेशों की चिकित्सा योग्यता की मान्यता के लिए समान मानकों को स्थापित करना था। इसे 25 सितम्बर 2020 को निरस्त कर दिया गया और इसकी जगह National Medical Commission. की स्थापना की गई।
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भारत में स्वतन्त्रता के पश्चात मेडिकल कॉलेजों की संख्या में निरंतर वृद्धि होती रही है। इसलिए यह महसूस किया गया कि देश में चिकित्सा शिक्षा में तेजी से हो रहे विकास और प्रगति के कारण उत्पन्न हुई चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद् अधिनियम के प्रावधान पर्याप्त नहीं थे। परिणामस्वरूप, 1956 में पुराने अधिनियम को निरस्त कर दिया गया और एक नया अधिनियम बनाया गया। इस अधिनियम को आगे भी 1964, 1993 और 2001 में संशोधित किया गया।
Medical Council of India का उद्देश्य- इस परिषद् के उद्देश्य :-
• चिकित्सक शिक्षा में स्नातक पूर्व और स्नातकोत्तर दोनों स्तर पर एक समान मानकों को बनाए रखना,
• भारत के या विदेशों के मेडिकल संस्थानों की चिकित्सकीय योग्यता की मान्यता / अमान्यता के लिए सिफारिश करना,
• मान्यताप्राप्त चिकित्सा योग्यता रखने वाले डॉक्टरों का स्थायी पंजीकरण/ अस्थायी पंजीकरण करना,
• चिकित्सकीय योग्यता की पारस्परिक मान्यता के मामले में विदेशी देशों के साथ पारस्परिक आदान-प्रदान बनाना।
06 जनवरी 2019 को लोकसभा ने भारतीय चिकित्सा परिषद (संशोधन) विधेयक, 2018 पारित कर दिया। विधेयक, प्रख्यात पेशेवरों के एक पैनल को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया चलाने की अनुमति देगा, ताकि चिकित्सा शिक्षा को सर्वोत्तम तरीके से विनियमित किया जा सके। स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा था कि इस विधेयक ने एमसीआई और बोर्ड की शक्तियों को बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में निहित कर दिया है। यह बोर्ड परिषद का गठन होने तक अपना काम करेगा। भारतीय चिकित्सा परिषद को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से प्रतिस्थापित करने वाला एक अन्य विधेयक संसद में लंबित है
अब जानिए…आईएमए (Indian Medical Association )के बारे मे
भारतीय चिकित्सक संघ (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन /आईएमए) भारत के आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के चिकित्सकों का स्वैच्छिक संगठन है। यह संघ चिकित्सकों के हित के साथ-साथ सम्पूर्ण समाज के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखता है। इसकी स्थापना १९२८ में हुई थी। और उस समय इसका नाम ‘अखिल भारतीय चिकित्सक संघ’ था जिसे १९३० में बदलकर ‘भारतीय चिकित्सक संघ’ कर दिया गया। यह संघ, समिति रजिस्ट्रीकरण अधिनियम, १८६० के अन्तर्गत पंजीकृत है। जैसे की अन्य एनजीओ पंजिकृत होते हैं। भारतीय चिकित्सा संघ विश्व चिकित्सा संघ का एक संस्थापक सदस्य है। आईएमए की कार्यशैली पर सवाल भी उठते रहे हैं ।