नांगल : ‘वाणी’ संस्था ने मंगलवार को एनजीओ के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में पंजाब व हिमाचल के दो दर्जन से अधिक समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सुझाव भी व्यक्त किए।
‘बदलते परिवेश में समाज सेवी संगठनों के लिए चुनौतियां’ विषय पर बोलते हुए ‘वाणी’ संस्था के सीईओ हर्ष जेटली ने कहा कि देश में काम कर रही एनजीओ के अस्तित्व का अनुमान इससे ही लगाया जा सकता है कि अभी तक पूरे देश में एक भी एनजीओ मल्टीनेशनल की श्रेणी में शामिल नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि ‘वाणी’ एक ऐसे समाज के निर्माण की दिशा में कार्य कर रही है जहां स्वैच्छिकवाद और स्वैच्छिक संस्थाएं, सामाजिक सामंजस्य, आर्थिक सशक्तिकरण व राष्ट्र निर्माण में प्रमुख व रचनात्मक भूमिका निभा सकें।
डा. सुशील ने एनजीओ को अपने में स्वयं सुधार लाने की जरुरत पर अपनी बात रखी, वहीं डा. धर्मवीर ने कहा की आज एनजीओ के अस्तित्व को बचाने के लिए एक अच्छा वातावरण तैयार करने की जरूरत है।