बुढ़ापे की उम्र में के विभिन्न चिंताओं और समस्याओं का सामाधान खोजने में बुजुर्गों और उनके परिवार के सदस्यों की सहायता के लिए गैर सरकारी संगठन एजवेल फाउंडेशन ने एक हेल्पलाइन शुरू की है.
संगठन का कहना है कि वे फोन हेल्पलाइन द्वारा पिछले 15 साल से सेवाएं प्रदान कर रहे थे और इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढने के साथ इसने ऑनलाइन की दुनिया में प्रवेश किया है.
एजवेल फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष हिमांशु रथ ने कहा कि जब हमने 15 साल पहले पहली बार फोन हेल्पलाइन शुरू की थी तो कॉल करने वालों में से अधिकतर लोग 60 से 70 वर्ष के बीच की उम्र के बुजुर्ग लोग थे. ये लोग अपनी समस्याओं और चिंताओं को लेकर अधिक मुखर थे.
रथ ने कहा कि हमें पुरी दुनिया विशेषकर संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा से सवाल आते हैं जहां परिवारों की दो या तीन पीढ़ियां एक ही छत के नीचे रहती है.
यह ज्यादातर समय किसी व्यक्ति को खोजना और उससे बातचीत कर उसे बहुत सारी चीजों के बोझ से हल्का महसूस कराने का मामला है.
संस्था के स्वयंसेवकों को बुजुर्ग लोगों की साधारण समस्याओं को सुनने और उसके कारण को समझने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है.