झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी में अवैध नियुक्ति और पैसे के लेन देन की शुरू हुई जांच
झारखंडएड्स कंट्रोल सोसाइटी में अवैध नियुक्ति और पैसे के लेन देन का मामले की जांच शुरू हो गई है। साथ हीं सोसाइटी के कुछ कर्मचारियों पर एनजीओ को टीआई प्रोजेक्ट का काम देने के एवज में पैसे लिए जाने के आरोप लगे हैं। कई एनजीओ ने इसकी शिकायत की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय सचिव को इसकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस शिकायत में कहा गया है कि बिना नियुक्ति प्रक्रिया पूरी किए स्टैटिकल ऑफिसर के पद पर नियुक्ति किया गया है। यह पद प्रतिनियुक्ति के आधार पर एनएसीपी फेज-3 हेतु नाको के द्वारा स्वीकृत किया गया था। साथ ही अब एनएसीपी फेज - चार में स्टैटिकल ऑफिसर के पद को नाको द्वारा हटा दिया गया है। इसके बावजूद इस पद पर स्टाफ रखकर वेतन दिया जा रहा है। इसके साथ ही एनजीओ के चयन में पैसे के खेल का भी आरोप लगा है ।
दरअसल एड्स कंट्रोल सोसाइटी में एचआईवी से पीड़ित मरीजों के इलाज और इंटरवेंशन के लिए टीआई कार्यक्रम चलाया जाता है। यह कार्यक्रम हर जिले में एनजीओ के माध्यम से किया जाता है। सोसाइटी की ओर से अभी एनजीओ सेलेक्शन का काम किया जा रहा है। कई एनजीओ ने आरोप लगाया है कि काम देने के बदले में उनसे पैसे की मांग की जा रही है टीआई के लिए एनजीओ सेलेक्शन कमेटी में एक्सपर्ट (एक्सटर्नल) वैसे लोगों को भी रखा गया है जो खुद एनजीओ चला रहे हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है ।