
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर कार्रवाईयों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं, इसी समय संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि भारत में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर बदले की भावना से होती है कार्रवाई होती है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में भारत, रूस, म्यांमार और चीन जैसे देशों हैं जो मानवाधिकार के मुद्दों पर यूएन के साथ सहयोग करने वालों पर बदले की भावना से कार्रवाई करते हैं.
संयुक्त राष्ट्र 9 वीं सालाना रिपोर्ट में दुनिया के 38 देशों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर बदले की कार्रवाई की बात कही गई है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव की इस रिपोर्ट को अगले हफ्ते मानवाधिकार परिषद के सामने आधिकारिक रूप से पेश करने से पहले सहायक मानवधिकार प्रमुख एंड्रीयू गिलमोर ने कहा कि रिपोर्ट में ब्योरा दिया गया है कि किस तरह से सिविल सोसाइटी को डराने-धमकाने और चुप कराने के लिए कानूनी, राजनीतिक तथा प्रशासनिक कार्रवाइयों में वृद्धि होते देखा जा रहा है. इन संगठनों को मिलने वाले विदेशी चंदे की राशि को सीमित किया जा रहा है. साथ हीं भारत के संदर्भ में रिपोर्ट में गैर सरकारी संगठनों का कामकाज रोकने के लिए विदेशी चंदा नियमन अधिनियम, 2010 के इस्तेमाल पर चिंता जताई है।